Not known Facts About hanuman chalisa
Not known Facts About hanuman chalisa
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Amid Hindus throughout the world, It's a extremely popular belief that chanting the Chalisa invokes Hanuman's divine intervention in grave difficulties.
Disorders will probably be finished, all pains will probably be long gone, any time a devotee consistently repeats Hanuman the brave’s identify.
Having cleansed the mirror of my thoughts Using the pollen-dust of my Guru’s lotus feet, I recite the holy, unblemished glory of the greatest from the Raghu dynasty (Ram), the bestower from the 4 fruits of everyday living.
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥ तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना ।
व्याख्या – मैं अपने को देही न मानकर देह मान बैठा हूँ, इस कारण बुद्धिहीन हूँ और पाँचों प्रकार के क्लेश (अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष एवं अभिनिवेश) तथा षड्विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर) से संतप्त हूँ; अतः आप जैसे सामर्थ्यवान् ‘अतुलितबलधामम्‘ ‘ज्ञानिनामग्रगण्यम्‘ से बल, बुद्धि एवं विद्या की याचना करता हूँ तथा समस्त क्लेशों एवं विकारों से मुक्ति पाना चाहता हूँ।
[Maha=wonderful;Beera=Courageous; Vikram=terrific deeds; bajra=diamond; ang=body elements; kumati=negative intellect; nivara=remedy, clean up, damage; sumati=very good intelligence; ke=of; sangi=companion ]
सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम्।
भावार्थ – आपकी शरण में आये हुए भक्त को सभी सुख प्राप्त हो जाते हैं। आप जिस के रक्षक हैं उसे किसी भी व्यक्ति या वस्तु का भय नहीं रहता है।
भावार्थ – हे हनुमान जी! चारों युगों (सत्ययुग, त्रेता, द्वापर, कलियुग ) – में आपका प्रताप जगत को सदैव प्रकाशित करता चला आया है ऐसा लोक में प्रसिद्ध है।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
श्रुति रामकथा, मुख रामको नामु, हिएँ पुनि रामहिको थलु है ॥
.. और यही कारण है निराला जी तुलसीदास को कालिदास, व्यास, वाल्मीकि, होमर, गेटे और शेक्सपियर के hanuman chalisa समकक्ष रखकर उनके महत्त्व का आकलन करते हैं।
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
व्याख्या—इस चौपाई में श्री हनुमन्तलाल जी के सुन्दर स्वरूप का वर्णन हुआ है। आपकी देह स्वर्ण–शैल की आभा के सदृश सुन्दर है और कान में कुण्डल सुशोभित है। उपर्युक्त दोनों वस्तुओं से तथा घुँघराले बालों से आप अत्यन्त सुन्दर लगते हैं।